
हमें अपने जन्म नक्षत्र के हिसाब से अपने ईष्ट देव के अलावा अपने नक्षत्र देवता और नक्षत्र वृक्ष की भी पूजा करनी चाहिये।
| क्रमांक | नक्षत्र | देवता | वृक्ष | गृह | 
|---|---|---|---|---|
| 1 | अश्विनी | अश्विनी कुमार | कुचिला | केतु | 
| 2 | भरणी | यम | आंवला | शुक्र | 
| 3 | कृतिका | अग्नि | गूलर | सूर्य | 
| 4 | रोहिणी | ब्रम्हा | जामुन | चन्द्र | 
| 5 | मृगशिरा | चन्द्र | खैर (कत्था) | मंगल | 
| 6 | आर्द्रा | शिव | शिशम | राहु | 
| 7 | पुर्नवसु | अदिति | बांस | गुरू | 
| 8 | पुष्य | बृहस्पति | पीपल | शनि | 
| 9 | अश्लेषा | सर्प | नागकेसर | बुध | 
| 10 | मघा | पिन्तर | बरगद | केतु | 
| 11 | पूर्वा फाल्गुनी | भग | पलाश | शुक्र | 
| 12 | उत्तरा फाल्गुनी | अचर्मा | रूद्राक्ष | सूर्य | 
| 13 | हस्त | सूर्य | रीठा | चन्द्र | 
| 14 | चित्रा | विश्वकर्मा | बेल | मंगल | 
| 15 | स्वाती | वायु | बेल | राहु | 
| 16 | विशाखा | इन्द्र और अग्नि | कटाई | गुरू | 
| 17 | अनुराधा | मित्र | मोलश्री | शनि | 
| 18 | ज्येष्ठा | इन्द्र | चीड़ | बुध | 
| 19 | मूल | राक्षस | शाल | केतु | 
| 20 | पूर्वा आषाढ़ | जल | अशोक | शुक्र | 
| 21 | उत्तरा आषाढ़ | विश्व देव | कटहल | सूर्य | 
| 22 | श्रवण | ब्रम्हा | आक | चन्द्र | 
| 23 | घनिष्ठा | विष्णु | धमी | मंगल | 
| 24 | शतभिषा | वसू | कदम्ब | राहु | 
| 25 | पूर्वा भाद्रपद | वरूण | आम | गुरू | 
| 26 | उत्तरा भाद्रपद | अजैक पाद | नीम | शनि | 
| 27 | रेवती | अहिर्बुधन्य | महुवा | बुध |